इसरो ने लॉन्च किया INSAT-3D सैटेलाइट, विभिन्न विभागों को प्रदान करेगा सेवा.. जानिए इसकी क्या है खासियत.. देखिए लाइव
हरिकोटा । भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने INSAT-3D सैटेलाइट लॉन्चिंग कर दी है। एक बार चालू होने के बाद 2274 किलोग्राम वजनी सैटेलाइट अर्थ साइंस, मौसम विज्ञान विभाग (IMD), मौसम पूर्वानुमान केंद्र, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओशन टेक्नोलॉजी (NIOT) और भारतीय राष्ट्रीय केंद्र के तहत विभिन्न विभागों को सेवा प्रदान करेगा।
51.7 मीटर लंबा रॉकेट इमेजर पेलोड, डेटा रिले ट्रांसपोंडर, साउंडर पेलोड और सैटेलाइट एडेड सर्च एंड रेस्क्यू ट्रांसपोंडर ले जाएगा। जिनका उपयोग कोहरे, बादल, बारिश, बर्फ और उसकी गहराई, आग, भूमि, धुआं और समंदरों पर स्टडी के लिए किया जाएगा।
इनसैट या इंडियन नेशनल सैटेलाइट सिस्टम (INSS), भारत की कम्यूनिकेशन, मौसम विज्ञान, टेलीकास्ट और सर्च एंड रेस्क्यू की जरूरतों को पूरा करने के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने इसे बनाया है। और यह जियो स्टेशरी सैटेलाइट्स की सीरिज है। जिसकी शुरुआत 1983 में की गई थी। इनसैट एशिया प्रशांत क्षेत्र में सबसे बड़ा लोकल कम्यूनिकेशन सिस्टम है।
सैटेलाइट्स की निगरानी और कंट्रोल कर्नाटक के हासन और मध्यप्रदेश के भोपाल में स्थित मेन कंट्रोल सेंटर्स से किया जाता है। वहीं इस सीरिज के अब तक छह सैटेलाइट्स लॉन्च किए जा चुके हैं। और आखिरी सैटेलाइट INSAT-3DR है। यह अभी भी काम कर रहा है।